इंदौर पुलिस के साइबर जागरूकता के महाअभियान ने छुआ एक और शिखर।

इंदौर पुलिस के साइबर जागरूकता के महाअभियान ने छुआ एक और शिखर।

इंदौर पुलिस के साइबर जागरूकता के महाअभियान ने छुआ एक और शिखर।

स्टूडेंट्स को बताया ये मूल मंत्र कि... "सायबर अपराधों में फंसकर न हो हमारा कोई नुकसान...., तो किसी भी डिजिटल कार्य, ऑनलाइन पढ़ाई या गेम खेलने के दौरान भी हमेशा रहों सतर्क और सावधान"।

इंदौर- वर्तमान में बढ़ते साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिये, इसके प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से, पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर  संतोष कुमार सिंह के दिशा निर्देशन में इंदौर पुलिस द्वारा लगातार विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। अति. पुलिस उपायुक्त क्राइम इंदौर  राजेश दंडोतिया ने पुलिस टीम के साथ कल्पवृक्ष कोचिंग संस्थान में पहुंचकर, सायबर अवेयरनेस के तहत अपनी 500 वीं कार्यशाला लगाकर वहां उपस्थित करीब 1000 स्टूडेंट्स व स्टाफ को वर्तमान समय के साइबर अपराधों के विषय में बताते हुए, पुलिस के पास आने वाली साइबर अपराधों की केस स्टडी के माध्यम से विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन फ्रॉड, फाइनेंशियल फ्रॉड तथा सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर, किस प्रकार अपराधी हमें अपना शिकार बनाते हैं आदि के बारे में जानकारी दी।साइबर अपराधों के प्रति लोगों को जागरूक करने के अभियान के तहत इंदौर पुलिस द्वारा लगातार स्कूल/कॉलेज, संस्थानों, बैंक, औघोगिक इकाईयों, कॉलोनियों, में बच्चों से लेकर बुजुर्गो तक के हर जाति वर्ग के लोगों के बीच जाकर उन्हें साइबर अपराधों से बचाने के लिये जागरूक किया जा रहा है।

साइबर अवेयरनेस के इस महाअभियान में एडीशनल डीसीपी क्राइम इंदौर  राजेश दंडोतिया भी कार्यशालाओं, नुक्कड़ नाटकों, पोस्टर्स, पम्पलेट्स व सोशल मीडिया आदि के माध्यम से आम नागरिकों से सीधे जनसंवाद कर जागरूकता की अलख जगा रहे हैं। इसी के अंतर्गत आज उनकी ये 500 वीं कार्यशाला थी, जिसमें उन्होंने वर्चुअल वर्ल्ड के विभिन्न नई नई तकनीकों के साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दुरुपयोग करके भी किस प्रकार के साइबर अपराध किये जा सकते हैं बताया।
साथ ही सभी से कहा कि, चूंकि हम सभी आजकल ज्यादा से ज्यादा काम और पढ़ाई भी ऑनलाइन ही कर रहे है और इसी दौरान हमारी छोटी सी गलतियां भी इन साइबर क्रिमिनल्स के लिए बड़ा मौका बन जाती है।ये अपराधी बच्चों व युवाओं को ऑनलाइन गेम व बेटिंग ऐप्प की लत लगाकर, उनकी जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर महिलाओं को परेशान कर रहे हैं। लोगों को लालच व डर दिखाकर डिजिटल अरेस्ट, सेक्सटॉर्शन व फर्जी शयेर ट्रेडिंग जैसे फ्रॉड कर रहे हैं। 

अतः साइबर क्राइम से बचने के लिए जागरूक और सतर्क रहकर पूरी सावधानी के साथ डिजिटल लेन-देन व अन्य कार्य व सोशल मीडिया का उपयोग करें, अनजान लिंक पर क्लिक करने व ऑनलाइन गेम खेलने मे भी ध्यान रखें और अपनी निजी जानकारी किसी से कभी भी शेयर न करें।साइबर अपराध होने पर हेल्पलाइन-1930, cybercime.gov.in तथा इंदौर पुलिस की साइबर हेल्पलाइन 704912445 आदि पर किस प्रकार शिकायत करें तथा पुलिस इन पर किस प्रकार कार्यवाही करती है इसका भी व्यवहारिक ज्ञान दिया।

 अवसर पर आकाशवाणी इंदौर द्वारा एडिशनल डीसीपी  राजेश दंडोतिया को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया, जिसके तहत उनके द्वारा फरवरी माह में साइबर जागरूकता के सेफ क्लिक अभियान के तहत 15 दिनों तक लाइव रेडियो टॉक प्रोग्राम किया था जिसे करीब 1 करोड़ 25 लाख श्रोताओं ने सुना और वे विभिन्न सवाल जवाब के माध्यम से जागरूक भी हुए